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nirajnabham

स्थितप्रज्ञ

हवा सरसराई ताज़गी लेकर

चेहरे पर महसूस किया

पत्नी आई बन सँवर कर

नज़र भर निहारा, चल दिया ।

दफ़्तर में बॉस ने सराहा

थैंक यू , बुदबुदा दिया

अच्छे अंक लाया परीक्षा में बेटा

गर्व को दबा दिया।

किसी ने बेवज़ह गाली दी

डरते-डरते दुहरा दिया

दोस्तों ने कहा- स्मार्ट दिखते हो

कंधों को उचका दिया।

सराहती नज़र डाल गई लड़की

साँस छोड़ कर झाड दिया

भले आदमी हैं- कह कर पड़ोसी ने

लाचारी को नया नाम दिया।

आईने में देखा चेहरा अपना

किस-किस को पहचान गया

मैं और आप सभी दिखते थे

एक अक्स, एक नाम दिया।

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