यक़ीन नहीं आया
- nirajnabham
- Jan 29, 2022
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ख़्वाबों की तलाश जो तुम तक हुई थी पूरी
ख़्वाब ही हैं आज तक यकींन नहीं आया
वो कौन था जो जीता रहा मैं बनकर
वो मैं ही था आज तक यकीन नहीं आया
जब भी बढ़ाया हाथ - गले मिले तपाक से
इतनी कुरबत थी आज तक यकीन नहीं आया
वो जो मेरा था मेरा होने से भी पहले
मेरा नहीं रहा आज तक यकीन नहीं आया
वो किसका यकीन था जो ले आया इतनी दूर
वो प्यार नहीं था आज तक यकीन नहीं आया
जो है वो कहें कैसे, जो कहें वो समझें कैसे
इज़हार ए इश्क़ पर आज तक यकीन नहीं आया
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