उस पार
- nirajnabham
- Nov 22, 2021
- 1 min read
मन मेरा मुझको भगा ले गया
दुनियावालो मैं तुमको दगा दे गया।
करते रहो तय तुम मेरी सजाएँ
गुनाह आखिरी वह मज़ा दे गया।
बुरा क्या हुआ जो हुए हाथ खाली
छूने का उँगलियों को हुनर आ गया।
फिसल जो गया गए वक्त की तरह
मौत पर जिंदगी का असर आ गया।
मांझी की आँखों में नींद के झोंके हैं
लहरों पर ये कैसा खुमार छा गया।
निहारूंगा तुमको अब दूर गगन से
तेरी घटाओं के मैं उस पार आ गया।
Comments